पौष्टिक आहार से कैंसर के खतरे को किया जा सकता है कम

पौष्टिक आहार से कैंसर के खतरे को किया जा सकता है कम

सेहतराग टीम

एक नए अध्ययन में पाया गया है कि सिर और गले के कैंसर से पीड़ित रोगियों के लिए पौष्टिक आहार मददगार हो सकता है। एंटीऑक्सीडेंट और दुसरे पोषक तत्वों से भरपूर आहार के सेवन से ऐसे रोगियों में भूख नहीं लगने के बढ़ते खतरे को किया जा सकता है।

अमेरिका की इलिनोइस के शोधकर्ताओं के अनुसार, सिर और गले के कैंसर की पहचान होने के महज एक साल के अंदर करीब 90 फीसदी रोगियों में खाने की इच्छा खत्म होने के लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसा ट्यूमर उपचार के दौरान सर्जरी या रेडिएशन के कारण हो सकता है। यह निष्कर्ष 366 रोगियों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि रेडिएशन उपचार और कीमोथेरेपी का इस तरह का दुष्प्रभाव आम बात है।

उन्होंने मेडिकल रिकार्ड्स से मरीज के ट्यूमर साइट्स, चरण और उपचार का डेटा प्राप्त किया। और पाया कि उनमें से आधे से अधिक के डायग्नोस में चौथे चरण का ट्यूमर था। अध्ययन में कहा गया कि इन रोगियों को खाने और निगलने के साथ पाचन तंत्र की समस्या थी। इस दर्दनाक व सूजन स्तिथि को म्यूकोसाइटिस कहा जाता है।

इस तरह के भोजन से कर सकते हैं कैंसर के खतरे को कम-

  • मोटे अनाज में अघुलनशील फाइबर जैसे राई, बाजरा, मक्का, जौ और ज्वार।
  • सूक्ष्म पोषक जैसे विटामिन व सूक्ष्म मात्रिक तत्व।
  • विटामिन ए, ई और खनिज पदार्थ जैसे सेेलेनियम, जिंक।
  • विटामिन डी और कैल्शियम कोलोरेक्टल कैंसर के खिलाफ संरक्षण देते है।
  • हरी चाय और इसके योगिक तत्व।

 

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